होली रे – रञ्जुश्री पराजुली

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रमाइलो चाड होली रे

रङ्ग को चाड होली रे

सप्तरङ्गी चाड होली रे

रमाउदै खेलौ होली रे

मिलेर खेलौँ होली रे

आयो आयो होली रे

साथी भाइ होली रे

झगडा नगर होली रे

बर्ष दिनको चाड होली रे

मिलिजुली खेलौँ होली रे

घुमिफिरी आयो होली रे

झगडा नगराैँ होली रे

बलजफत नगरौँ होली रे

मिलेर रमाऔँ होली रे

सुग्घरी बनौँ होली रे

मिठो खाऔँ होली रे

छल नगरौँ होली रे

सुरक्षित बनौँ होली रे

होली रे ! होली रे !

आदरणीय लेखक रञ्जुश्री पराजुली

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